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"जीना भूल गये / लीलाधर मंडलोई" के अवतरणों में अंतर
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आतंक के भय से
उठा लाये थे
जिन जानवरों को बच्चों सहित
इतने पालतू हो गये
चिडियाघर में
भूल गये शिकार करना
जीना भूल गये