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"यह मौन भी मौन कहाँ / बलदेव वंशी" के अवतरणों में अंतर

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|रचनाकार= मनोज श्रीवास्तव
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|रचनाकार= बलदेव वंशी
 
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14:14, 7 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण


यह मौन भी मौन कहाँ

तनाव अवर भय के
मंथर मंथर हिलाते
तालाब के बंधे जल के
नीचे
युगों युगों से
एक चीत्कार
मौन में थमा हुआ है!

शिव
और विष
और गंगावतरण का मिथक
तब से संगत बना हुआ है!...