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− | + | कमंडल या लौकी या बीजकोष- | |
− | + | जो भी बने जीवन, जीवन तो जीवन है !<br> | |
+ | हरियाली ही बीज का सपना, | ||
+ | रस ही रसायन है ! | ||
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कविता कोश में [[मीर तक़ी 'मीर']] | कविता कोश में [[मीर तक़ी 'मीर']] | ||
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06:59, 13 अप्रैल 2008 का अवतरण
एक काव्य मोती | |
कमंडल या लौकी या बीजकोष-
जो भी बने जीवन, जीवन तो जीवन है ! |