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"देखो कितने अच्छे मेरे साथी हैं / ओमप्रकाश यती" के अवतरणों में अंतर
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− | देखो कितने अच्छे मेरे साथी हैं | + | देखो कितने अच्छे मेरे साथी हैं |
− | पेड़, किताबें, बच्चे मेरे साथी हैं। | + | पेड़, किताबें, बच्चे मेरे साथी हैं। |
− | + | मुझको बतलाते हैं मेरी कमियां भी | |
− | + | लोग वही जो मन से मेरे साथी हैं। | |
− | निष्ठा का ये हाल सियासत में | + | निष्ठा का तो ये है हाल सियासत में |
− | रोज़ बदलते झण्डे मेरे | + | रोज़ बदलते झण्डे मेरे साथी थी हैं। |
काम पड़े तब देखें आते हैं कितने | काम पड़े तब देखें आते हैं कितने | ||
− | कहने को तो नब्बे मेरे साथी हैं। | + | कहने को तो नब्बे मेरे साथी हैं। |
− | अपने और पराए का अन्तर कैसा | + | अपने और पराए का अन्तर कैसा |
− | सब अल्ला के बन्दे मेरे साथी हैं। | + | सब अल्ला के बन्दे मेरे साथी हैं। |
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20:40, 22 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण
देखो कितने अच्छे मेरे साथी हैं
पेड़, किताबें, बच्चे मेरे साथी हैं।
मुझको बतलाते हैं मेरी कमियां भी
लोग वही जो मन से मेरे साथी हैं।
निष्ठा का तो ये है हाल सियासत में
रोज़ बदलते झण्डे मेरे साथी थी हैं।
काम पड़े तब देखें आते हैं कितने
कहने को तो नब्बे मेरे साथी हैं।
अपने और पराए का अन्तर कैसा
सब अल्ला के बन्दे मेरे साथी हैं।