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"जद देखूं / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर

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<poem>जद देखूं
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|रचनाकार=साँवर दइया
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जद देखूं
 
धरती नै
 
धरती नै
 
इयां ई फंफेड़ीज्योड़ी देखूं
 
इयां ई फंफेड़ीज्योड़ी देखूं

22:27, 25 नवम्बर 2010 का अवतरण

जद देखूं
धरती नै
इयां ई फंफेड़ीज्योड़ी देखूं

जद देखूं
आभै नै
इयां ई टेंटीज्योड़ो देखूं

अबै
ठौड-ठौड कठै कूकतो फिरूं-
आ धरती म्हारी मां !
औ आभो म्हारो बाप !!