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"मांय तो नागा ई / सांवर दइया" के अवतरणों में अंतर
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Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: <poem>नागा जलमै सैंग गाभा पैर परा सूधा दीसण लागै पण मांय तो नागा ई रैव…) |
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16:54, 27 नवम्बर 2010 के समय का अवतरण
नागा जलमै सैंग
गाभा पैर परा सूधा दीसण लागै
पण
मांय तो नागा ई रैवै
घर-घर बुद्धू बक्सै रो रोग
नागी नाचै नार
नागा नाचै लोग
नागा नै नागा देखै
अर
बिना नागा देखै !