भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=प्रेमचन्द गांधी
|संग्रह=
}}{{KKAnthologyBasant}}{{KKCatKavita}}
<Poem>
तीन बाई दो की उस पथरीली बेंच पर