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"ब्याव (1) / सत्यप्रकाश जोशी" के अवतरणों में अंतर

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नई कांन्ह! नईं
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थारौ म्हारौ ब्याव कोनी हो सकै!
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म्हैं बिरज री एक गूजरी
 
म्हैं बिरज री एक गूजरी
थारी जांन री किण विध खातरी करस्यूं !
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थारी जांन री किण विध खातरी करस्यूं!
दायजौ कठा सूं लास्यूं !
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जणा जणा रौ मन किण विध राखस्यूं !
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सासरा नै किंयां केवटस्यूं ?
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16:45, 17 अक्टूबर 2013 के समय का अवतरण

नई कांन्ह! नईं
थारौ म्हारौ ब्याव कोनी हो सकै!

म्हैं बिरज री एक गूजरी
थारी जांन री किण विध खातरी करस्यूं!
दायजौ कठा सूं लास्यूं!
जणा जणा रौ मन किण विध राखस्यूं!
सासरा नै किंयां केवटस्यूं?