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एक दिन | एक दिन | ||
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एक चित्र बनाऊँगा मैं | एक चित्र बनाऊँगा मैं | ||
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और उसका नाम रखूँगा | और उसका नाम रखूँगा | ||
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सुनहरी धुँध | सुनहरी धुँध | ||
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उसमें | उसमें | ||
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मैं होऊँगा | मैं होऊँगा | ||
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तुम होंगी | तुम होंगी | ||
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और होंगे ढेर सारे बच्चे | और होंगे ढेर सारे बच्चे | ||
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पतझर के | पतझर के | ||
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पीले सूखे पत्तों पर | पीले सूखे पत्तों पर | ||
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लेटे होंगे हम | लेटे होंगे हम | ||
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पूरी तरह सुखी | पूरी तरह सुखी | ||
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(1996) | (1996) | ||
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12:29, 8 फ़रवरी 2011 के समय का अवतरण
एक दिन
एक चित्र बनाऊँगा मैं
और उसका नाम रखूँगा
सुनहरी धुँध
उसमें
मैं होऊँगा
तुम होंगी
और होंगे ढेर सारे बच्चे
पतझर के
पीले सूखे पत्तों पर
लेटे होंगे हम
पूरी तरह सुखी
(1996)