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"चलो लौट चलें / अदोनिस" के अवतरणों में अंतर

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'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल'''
 
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19:14, 20 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण

चलो लौट चलें
उन गलियों में जहाँ हम भटका करते थे
जहाँ हमने दुनिया बसते देखा
अपनी साँसों की झीलों में
और वक़्त आया-जाया करता था टूटी हुई खिड़कियों से

हम घूमते थे अपनी बर्बादी के खंडहरों में, अपनी नादानियों के आईने में
बेजान कागज़ के शब्दकोषों में
और कोई निशान नहीं छोड़ते थे हमारे क़दम

चलो फिर से चलें
अपने बेहतर दिनों के बगीचे में


अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल