भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला / बल्ली सिंह चीमा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
(नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=बल्ली सिंह चीमा |संग्रह=तय करो किस ओर हो / बल्ली …)
 
छो ("बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला / बल्ली सिंह चीमा" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite)
 
(कोई अंतर नहीं)

21:28, 19 अगस्त 2011 के समय का अवतरण

बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला ।
अमन की बात करता है वो ख़ंजर बेचने वाला ।

विदेशी नीतियाँ अपनी बहुत ही याद आती हैं,
सड़क पर देखता हूँ जब कोई भी माँगने वाला ।

उन्हीं में फूट है यारों सिखाएँ एक होना जो,
वो पहने ताज बैठा है हमीं को बाँटने वाला ।

हसीं है वादी-ए-कश्मीर, जन्नत है यहाँ अब भी
मगर आता नहीं ’बल्ली’ कोई भी देखने वाला ।