भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला / बल्ली सिंह चीमा" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=बल्ली सिंह चीमा |संग्रह=तय करो किस ओर हो / बल्ली …) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) छो ("बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला / बल्ली सिंह चीमा" सुरक्षित कर दिया ([edit=sysop] (indefinite) [move=sysop] (indefinite) |
(कोई अंतर नहीं)
|
21:28, 19 अगस्त 2011 के समय का अवतरण
बड़ा बेशर्म हमलावर है दुनिया हाँकने वाला ।
अमन की बात करता है वो ख़ंजर बेचने वाला ।
विदेशी नीतियाँ अपनी बहुत ही याद आती हैं,
सड़क पर देखता हूँ जब कोई भी माँगने वाला ।
उन्हीं में फूट है यारों सिखाएँ एक होना जो,
वो पहने ताज बैठा है हमीं को बाँटने वाला ।
हसीं है वादी-ए-कश्मीर, जन्नत है यहाँ अब भी
मगर आता नहीं ’बल्ली’ कोई भी देखने वाला ।