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('जी चाहता है नन्ही चिड़िया बनूँ पंख फैला कर आसमान मै...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
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− | ले चलूँ सब साथी संगी संग अपने | + | ले चलूँ सब साथी संगी संग अपने, |
− | और हो आँखों में | + | और हो आँखों में ढेर से सपने| |
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सपने वो जो पूरे करें मिलजुलकर सारे | सपने वो जो पूरे करें मिलजुलकर सारे | ||
− | पहुंचे वहां जहाँ हो ढेर से तारे | + | पहुंचे वहां जहाँ हो ढेर से तारे| |
− | प्रेम और विश्वास की डोर से बंधकर | + | प्रेम और विश्वास की डोर से बंधकर, |
− | लायें साथ अपने कुछ उमीदें बुनकर | + | लायें साथ अपने कुछ उमीदें बुनकर| |
− | नन्ही चिड़िया बनकर छूलूं आसमान | + | नन्ही चिड़िया बनकर छूलूं आसमान, |
− | पूरे करलूं छोटे बड़े सब अपने अरमान | + | पूरे करलूं छोटे बड़े सब अपने अरमान| |
जी यही चाहता है हरदम ... | जी यही चाहता है हरदम ... | ||
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+ | -दीपाली आशीष बोहरा ( Adiya) |
18:29, 11 जुलाई 2012 के समय का अवतरण
जी चाहता है नन्ही चिड़िया बनूँ
पंख फैला कर आसमान मैं दूर तक उडूं ...
ले चलूँ सब साथी संगी संग अपने,
और हो आँखों में ढेर से सपने|
सपने वो जो पूरे करें मिलजुलकर सारे
पहुंचे वहां जहाँ हो ढेर से तारे|
प्रेम और विश्वास की डोर से बंधकर,
लायें साथ अपने कुछ उमीदें बुनकर|
नन्ही चिड़िया बनकर छूलूं आसमान,
पूरे करलूं छोटे बड़े सब अपने अरमान|
जी यही चाहता है हरदम ...
-दीपाली आशीष बोहरा ( Adiya)