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"ए रे वीर पौन / घनानंद" के अवतरणों में अंतर

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एरे बीर पौन ,तेरो सबै ओर गौन, बारी
 
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तो सों और कौन मनौं ढरकौंहीं बानि दै.
 
तो सों और कौन मनौं ढरकौंहीं बानि दै.
 
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जगत के प्रान ओछे बड़े को समान
जगत के प्रान ओछे बड़े को समान
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‘घनआनन्द’ निधान सुखधानि दीखयानि दै.
 
‘घनआनन्द’ निधान सुखधानि दीखयानि दै.
 
 
जान उजियारे गुनभारे अन्त मोही प्यारे  
 
जान उजियारे गुनभारे अन्त मोही प्यारे  
 
 
अब ह्वै अमोही बैठे पीठि पहिचानि दै.
 
अब ह्वै अमोही बैठे पीठि पहिचानि दै.
 
 
बिरह विथा की मूरि आँखिन में राखौ पुरि.
 
बिरह विथा की मूरि आँखिन में राखौ पुरि.
 
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19:25, 29 अप्रैल 2014 के समय का अवतरण

 
एरे बीर पौन ,तेरो सबै ओर गौन, बारी
तो सों और कौन मनौं ढरकौंहीं बानि दै.
जगत के प्रान ओछे बड़े को समान
‘घनआनन्द’ निधान सुखधानि दीखयानि दै.
जान उजियारे गुनभारे अन्त मोही प्यारे
अब ह्वै अमोही बैठे पीठि पहिचानि दै.
बिरह विथा की मूरि आँखिन में राखौ पुरि.