भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"बशीर फ़ारूक़ी" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
('{{KKGlobal}} {{KKParichay |चित्र= |नाम=बशीर फ़ारूक़ी |उपनाम= |जन्म= |जन...' के साथ नया पन्ना बनाया) |
(→ग़ज़लें) |
||
पंक्ति 15: | पंक्ति 15: | ||
{{KKShayar}} | {{KKShayar}} | ||
====ग़ज़लें==== | ====ग़ज़लें==== | ||
− | * [[ / बशीर फ़ारूक़ी]] | + | * [[अब के जुनूँ में लज़्ज़त-ए-आज़ार भी नहीं / बशीर फ़ारूक़ी]] |
+ | * [[लोगों हम छान चुके जा के संमुदर सारे / बशीर फ़ारूक़ी]] | ||
+ | * [[मैं जितनी देर तिरी याद में उदास रहा / बशीर फ़ारूक़ी]] | ||
+ | * [[मिरे बदन में छुपी आग को हवा देगा / बशीर फ़ारूक़ी]] | ||
+ | * [[शहर-ए-फ़स्ल-ए-गुल से चल कर पत्थरों के दरमियाँ / बशीर फ़ारूक़ी]] | ||
+ | * [[तजि़्केरे में तिरे इक नाम को यूँ जोड़ दिया / बशीर फ़ारूक़ी]] |
14:21, 5 नवम्बर 2013 के समय का अवतरण
बशीर फ़ारूक़ी
क्या आपके पास चित्र उपलब्ध है?
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
कृपया kavitakosh AT gmail DOT com पर भेजें
जन्म | |
---|---|
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
विविध | |
जीवन परिचय | |
बशीर फ़ारूक़ी / परिचय |
ग़ज़लें
- अब के जुनूँ में लज़्ज़त-ए-आज़ार भी नहीं / बशीर फ़ारूक़ी
- लोगों हम छान चुके जा के संमुदर सारे / बशीर फ़ारूक़ी
- मैं जितनी देर तिरी याद में उदास रहा / बशीर फ़ारूक़ी
- मिरे बदन में छुपी आग को हवा देगा / बशीर फ़ारूक़ी
- शहर-ए-फ़स्ल-ए-गुल से चल कर पत्थरों के दरमियाँ / बशीर फ़ारूक़ी
- तजि़्केरे में तिरे इक नाम को यूँ जोड़ दिया / बशीर फ़ारूक़ी