भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"धुंऊं / कन्हैया लाल सेठिया" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कन्हैया लाल सेठिया |संग्रह=लीकल...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
पंक्ति 9: पंक्ति 9:
 
जावै
 
जावै
 
जोत स्यूं
 
जोत स्यूं
घणोे ऊंचो  
+
घणो ऊंचो  
 
नुगरो धुंऊं
 
नुगरो धुंऊं
 
पण कोनी
 
पण कोनी

13:35, 28 नवम्बर 2013 के समय का अवतरण

जावै
जोत स्यूं
घणो ऊंचो
नुगरो धुंऊं
पण कोनी
देवै
इण कुळ कळंकी नै
मोटो गिगनार
शरण

आ तो
समदीठ लौ
जकी बणा देवै
इण अ़ांख फोड़ै नै
काजळ !