Last modified on 5 मार्च 2014, at 20:21

"ख़ामोशी / उत्‍तमराव क्षीरसागर" के अवतरणों में अंतर

('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=उत्‍तमराव क्षीरसागर |अनुवादक= |सं...' के साथ नया पन्ना बनाया)
 
 
(इसी सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 6: पंक्ति 6:
 
}}
 
}}
 
{{KKCatKavita}}
 
{{KKCatKavita}}
<poem>खा़मोश हैं  
+
<poem>ख़ामोश हैं  
 
लब  
 
लब  
 
सब ख़ामोश हैं  
 
सब ख़ामोश हैं  
पंक्ति 16: पंक्ति 16:
 
राजा-प्रजा  
 
राजा-प्रजा  
 
महल-माढी  
 
महल-माढी  
घोडा गाडी  
+
घोडा-गाडी  
 
सब  
 
सब  
  
पंक्ति 32: पंक्ति 32:
 
ख़ामोश हैं सब  
 
ख़ामोश हैं सब  
 
सबके लब ख़ामोश हैं  
 
सबके लब ख़ामोश हैं  
                - 2000 ई0</poem>
+
 
 +
                  - 2000 ई0</poem>

20:21, 5 मार्च 2014 के समय का अवतरण

ख़ामोश हैं
लब
सब ख़ामोश हैं


सब ख़ामोश है


राजा-प्रजा
महल-माढी
घोडा-गाडी
सब


सब के सब ख़ामोश हैं ।


काल कहता है कथा
हूँकारी देती है ख़ामोशी
केवल हाँ केवल ख़ामोशी
सुनती है काल-कथा


शेष
ख़ामोश हैं सब
सबके लब ख़ामोश हैं

                  - 2000 ई0