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"कर्जखोर / मोती बी.ए." के अवतरणों में अंतर
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17:09, 20 मई 2015 के समय का अवतरण
मूड़ी गाड़ि के खा लेवे के बा
आँखि मूनि के पी लेवे के बा
टाँग पसारि के सूति रहे के बा
कर्जखोर!
कर्जा पर कर्जा लेत जाता
न सूदि देता
न मूढवे लवटावता
करमजरू,
जो एके लखेदि दीं त
सूदि समेत मूढ़ो मारल जाई
आ रहेदीं त
सूदि-मूढ़ के बाति के कहो
हमहीं उजरि जाइबि
हे भगवान
ए कर्जखोर से
हमार उद्धार कब होई!
28.05.93