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"यो कस्तो व्यथा हो / ईश्वरवल्लभ" के अवतरणों में अंतर
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− | यो कस्तो व्यथा हो लिएर मनमा | + | यो कस्तो व्यथा हो, |
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− | के भो भनेर केही हैन | + | यी सल्किरहेका आगोलाई सोधेँ |
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− | + | यो कस्तो रहर हो | |
+ | बोकेर एक्लै हिँडिरहेछु हिँडिरहेछु | ||
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16:02, 16 अक्टूबर 2017 के समय का अवतरण
यो कस्तो व्यथा हो,
लिएर मनमा हिँडिरहेछु हिँडिरहेछु
यी भत्किरहेका पाइलालाई सोधेँ
के भो भनेर, केही हैन भन्छन्
यी चर्किरहेका भित्तालाई सोधेँ
के भो भनेर, केही हैन भन्छन्
यी सल्किरहेका आगोलाई सोधेँ
के भो भनेर केही हैन भन्छन्
यो कस्तो रहर हो
बोकेर एक्लै हिँडिरहेछु हिँडिरहेछु