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"बात बड़ी गैहरोॅ छै / मनीष कुमार गुंज" के अवतरणों में अंतर

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05:27, 18 सितम्बर 2017 के समय का अवतरण

कहै रहै बाप दादा औवल-औवल फैकड़ा
तखनी तेॅ बुझलौॅ नय आबे बुझलौ जेकरा।

पढ़बें-लिखबें होमें नवाब
खेलमंे-कूदमें होमें खराब।
बात बड़ी गैहरोॅ छै बूझै के फेर
सोचै में समझै में लागै छै देर