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"फलक पर चांद / कुमार मुकुल" के अवतरणों में अंतर
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23:29, 1 अप्रैल 2011 के समय का अवतरण
आकाशगंगाओं पर
चांदनी का कोई दबाव नहीं है
और तारे मार कुलबुला रहे हैं
किसी ने आसमान से
ज़रा सा सिर निकाला हो जैसे
फलक पर झाँकता है चांद
उसके तांबई सिर के नीचे
झाँकती आँख-सा
चमकता एक तारा
पास ही है।