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+ | * [[पहिलो पाठ – बिरामीको मृत्यु भयो / शीमा कलबासी / सुमन पोखरेल]] | ||
+ | * [[प्रार्थना / शीमा कलबासी / सुमन पोखरेल]] | ||
+ | * [[सांसारिक शब्दहरूमा उमेर उक्लिँदै / शीमा कलबासी / सुमन पोखरेल]] |
11:45, 20 अगस्त 2020 के समय का अवतरण
शीमा कलबासी
जन्म | 20 नवम्बर 1972 |
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उपनाम | شیما کلباسی |
जन्म स्थान | तेहरान, ईरान |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
एक ईरानी औरत की कविताएँ (2008), प्रेम की सात घाटियाँ (2008), देशनिकाले की गूँज (2006), संगसार (2005) कुल चार कविता-सँग्रह | |
विविध | |
मानवाधिकार, युद्ध, शरणार्थी और नारीवाद आदि इनके प्रिय विषय हैं और ये अक्सर इन्हीं विषयों पर कविता लिखती हैं। शरीया, अभिव्यक्ति की आज़ादी, सामाजिक न्याय, स्त्री अधिकार, अल्पसंख्यकों के अधिकार आदि विषयों पर भी इन्होंने ख़ूब लीखा है। इनका बचपन पाकिस्तान और डेनमार्क में बीता। आजकल अमरीका में रहती हैं। इनकी कविताओं का अनुवाद 20 से ज़्यादा भाषाओं में हो चुका है।इन्हें अमरीका के पुशकार्ड पुरस्कार (2008) और ’अनिसफ़ील्ड बुक अवार्ड’ (2008) मिल चुके हैं। | |
जीवन परिचय | |
शीमा कलबासी / परिचय |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- अफ़ग़ानिस्तान की स्त्रियों के लिए / शीमा कलबासी / अशोक पाण्डेय
- तांगो नृत्य करते हुए / शीमा कलबासी / अनिल जनविजय
- 5 फ़ुट 7 इँच / शीमा कलबासी / अनिल जनविजय