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"लंच बॉक्स / बालस्वरूप राही" के अवतरणों में अंतर
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23:22, 23 जनवरी 2020 के समय का अवतरण
मम्मी, छोड़ो लाड़-दुलार,
लंच बॉक्स कर दो तैयार।
सब्जी खूब मसालेदार,
गरम पूरियाँ पूरी चार।
पापड़ हो जाता बेकार,
रख दो चटनी और आचार।
क्यों देतीं केला हर बार,
मम्मी, रखना आज अनार।