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"बून्दें / अर्पिता राठौर" के अवतरणों में अंतर

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अपने एक-एक क्षण से
 
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क्षणभंगुरता से नहीं…”
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क्षणभंगुरता से नहीं…
 
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09:24, 11 अप्रैल 2020 के समय का अवतरण

गहरे सागर को
छोड़,
भाग आई हैं
कुछ बून्दें यहाँ…

जो
सरोकार रखतीं है
अपने एक-एक क्षण से

क्षणभंगुरता से नहीं…