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"मत करो मन को उदास (बिदाई गीत) / खड़ी बोली" के अवतरणों में अंतर
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21:21, 11 सितम्बर 2008 के समय का अवतरण
♦ रचनाकार: अज्ञात
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बिदाई गीत -3
मत करो मन को उदास
मेरी अम्मा फिर से मिलूँगी ।
दादस अपनी को मैं दादी कहूँगी
मेरी अम्मा दादी न आवैगी याद,
मेरी अम्मा फिर से मिलूँगी ।
सासू को अपनी माता कहूँगी
मेरी अम्मा तुम न आओगी याद,
मेरी अम्मा फिर से मिलूँगी ।
ससुरे को अपने पिताजी कहूँगी
पिता नहीं आएँगे याद ,
मेरी अम्मा फिर से मिलूँगी ।
नणदिया को अपनी बहना कहूँगी
मेरि अम्मा बहना न आएगी याद ,
मेरी अम्मा फिर से मिलूँगी ।