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"औंधा प्रेम / सुषमा गुप्ता" के अवतरणों में अंतर

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उसको मिला है।
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प्रेम के सब सुख
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10:12, 11 अप्रैल 2023 के समय का अवतरण

कहने को तो
यह कहा जाना चाहिए
कि तुम्हारे सीने से लगकर
मेरे वक्षों ने बहुत सुख पाया

पर मेरी पीठ जानती है
कि सबसे ज़्यादा सुख
तुम्हारे सीने से सटकर
उसको मिला है।

तुम्हारे मेरे बीच
प्रेम के सब सुख
औंधे क्यों हैं साथी!
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