भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"इन तंग जूतों में / अवतार एनगिल" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
छो (इन तंग जूतों में / अवतार एनगिल का नाम बदलकर इन तंग जूतों में / अवतार एन गिल कर दिया गया है)
 
(एक अन्य सदस्य द्वारा किया गया बीच का एक अवतरण नहीं दर्शाया गया)
पंक्ति 4: पंक्ति 4:
 
|एक और दिन / अवतार एनगिल
 
|एक और दिन / अवतार एनगिल
 
}}
 
}}
 +
{{KKCatKavita}}
 
<poem>
 
<poem>
 
इन तंग जूतों में  
 
इन तंग जूतों में  

22:16, 6 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

इन तंग जूतों में
लगे दुखने
एक जोड़ी पाँव

हे दूब!
हे धूप !
चट्टान री!
उतार कर इन्हें
मिलने तुम्हें
आ रहा हूं मैं