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"जंग में हूँ बहार मुश्किल है / अनिरुद्ध सिन्हा" के अवतरणों में अंतर

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जंग में हूँ बहार मुश्किल है
 
जंग में हूँ बहार मुश्किल है
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फिर तेरा इंतज़ार मुश्किल है
 
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बीच का अख़्तियार मुश्किल है
 
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उंगलियों का सलाम हाज़िर है
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सादगी का सिंगार मुश्किल है
 
सादगी का सिंगार मुश्किल है
  

21:25, 4 नवम्बर 2009 के समय का अवतरण

जंग में हूँ बहार मुश्किल है
दस्ते-क़ातिल का प्यार मुश्किल है

फिर तसल्ली सवाल बन जाए
फिर तेरा इंतज़ार मुश्किल है

ख़त गया है जवाब आने तक
बीच का अख़्तियार मुश्किल है

उँगलियों का सलाम हाज़िर है
सादगी का सिंगार मुश्किल है

है ये मुमकिन तनाव देखें वो
देख लेंगे दरार मुश्किल है