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"प्रभु, कबरे मिलोगे / मीराबाई" के अवतरणों में अंतर

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प्रभुजी थे कहाँ गया, नेहड़ो लगाय।<br>
 
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छोड़ गया बिस्वास संगाती प्रेम की बाती बलाय।।<br>
 
छोड़ गया बिस्वास संगाती प्रेम की बाती बलाय।।<br>
 
बिरह समंद में छोड़ गया छो हकी नाव चलाय।<br>
 
बिरह समंद में छोड़ गया छो हकी नाव चलाय।<br>
 
मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे तुम बिन रह्यो न जाय।।<br><br>
 
मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे तुम बिन रह्यो न जाय।।<br><br>

19:26, 24 जून 2009 के समय का अवतरण

प्रभुजी थे कहाँ गया, नेहड़ो लगाय।
छोड़ गया बिस्वास संगाती प्रेम की बाती बलाय।।
बिरह समंद में छोड़ गया छो हकी नाव चलाय।
मीरा के प्रभु कब रे मिलोगे तुम बिन रह्यो न जाय।।