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"दस की भरी तिजोरी / कैलाश गौतम" के अवतरणों में अंतर
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सौ में दस की भरी तिजोरी नब्बे खाली पेट | सौ में दस की भरी तिजोरी नब्बे खाली पेट | ||
− | + | झुग्गीवाला देख रहा है साठ लाख का गेट । | |
− | झुग्गीवाला देख रहा है साठ लाख का | + | |
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बहुत बुरा है आज देश में | बहुत बुरा है आज देश में | ||
− | + | लोकतंत्र का हाल | |
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कुत्ते खींच रहे हैं देखो | कुत्ते खींच रहे हैं देखो | ||
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कामधेनु की खाल | कामधेनु की खाल | ||
+ | हत्या, रेप, डकैती, दंगा | ||
+ | हर धंधे का रेट । | ||
− | + | बिकती है नौकरी यहाँ पर | |
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− | बिकती है नौकरी | + | |
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बिकता है सम्मान | बिकता है सम्मान | ||
− | + | आँख मूँद कर उसी घाट पर | |
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− | + | ||
भाग रहे यजमान | भाग रहे यजमान | ||
− | + | जाली वीज़ा पासपोर्ट है | |
− | जाली | + | जाली सर्टिफ़िकेट । |
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− | जाली | + | |
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लोग देश में खेल रहे हैं | लोग देश में खेल रहे हैं | ||
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कैसे कैसे खेल | कैसे कैसे खेल | ||
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एक हाथ में खुला लाइटर | एक हाथ में खुला लाइटर | ||
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एक हाथ में तेल | एक हाथ में तेल | ||
+ | चाहें तो मिनटों में कर दें | ||
+ | सब कुछ मटियामेट । | ||
− | + | अंधी है सरकार-व्यवस्था | |
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− | + | ||
− | + | ||
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− | अंधी है सरकार - व्यवस्था | + | |
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अंधा है कानून | अंधा है कानून | ||
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कुर्सीवाला देश बेचता | कुर्सीवाला देश बेचता | ||
− | + | रिक्शेवाला ख़ून | |
− | रिक्शेवाला | + | जिसकी उंगली है रिमोट पर |
− | + | वो है सबसे ग्रेट । | |
− | जिसकी उंगली है रिमोट पर | + | </poem> |
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− | वो है सबसे | + |
12:57, 4 जनवरी 2011 के समय का अवतरण
सौ में दस की भरी तिजोरी नब्बे खाली पेट
झुग्गीवाला देख रहा है साठ लाख का गेट ।
बहुत बुरा है आज देश में
लोकतंत्र का हाल
कुत्ते खींच रहे हैं देखो
कामधेनु की खाल
हत्या, रेप, डकैती, दंगा
हर धंधे का रेट ।
बिकती है नौकरी यहाँ पर
बिकता है सम्मान
आँख मूँद कर उसी घाट पर
भाग रहे यजमान
जाली वीज़ा पासपोर्ट है
जाली सर्टिफ़िकेट ।
लोग देश में खेल रहे हैं
कैसे कैसे खेल
एक हाथ में खुला लाइटर
एक हाथ में तेल
चाहें तो मिनटों में कर दें
सब कुछ मटियामेट ।
अंधी है सरकार-व्यवस्था
अंधा है कानून
कुर्सीवाला देश बेचता
रिक्शेवाला ख़ून
जिसकी उंगली है रिमोट पर
वो है सबसे ग्रेट ।