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"इच्छा / चंद्र रेखा ढडवाल" के अवतरणों में अंतर
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होना चांदी के टुकड़ों का | होना चांदी के टुकड़ों का | ||
− | जिस एक -एक टुकड़े में | + | जिस एक-एक टुकड़े में |
− | एक -एक सूरज चमकता है | + | एक-एक सूरज चमकता है |
पिछवाड़े की चिकनी काली मिट्टी में | पिछवाड़े की चिकनी काली मिट्टी में | ||
दबा देना फिर | दबा देना फिर | ||
भरी भरी हथेलियाँ | भरी भरी हथेलियाँ | ||
− | हज़ार- हज़ार सूरज ओर कर देना | + | हज़ार-हज़ार सूरज ओर कर देना |
− | उस अपने एक घर | + | उस अपने एक घर की। |
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23:06, 4 मई 2010 के समय का अवतरण
सूखी रेत में / अच्छा लगता है
होना चांदी के टुकड़ों का
जिस एक-एक टुकड़े में
एक-एक सूरज चमकता है
पिछवाड़े की चिकनी काली मिट्टी में
दबा देना फिर
भरी भरी हथेलियाँ
हज़ार-हज़ार सूरज ओर कर देना
उस अपने एक घर की।