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"मदिराधर कर पान, सखे! / सुमित्रानंदन पंत" के अवतरणों में अंतर

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मदिराधर कर पान
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मदिराधर कर पान,
 
सखे, तू न धर न जुमे का ध्यान,
 
सखे, तू न धर न जुमे का ध्यान,
 
लाज स्मित अधरामृत कर पान!
 
लाज स्मित अधरामृत कर पान!

11:48, 19 मई 2010 के समय का अवतरण

मदिराधर कर पान,
सखे, तू न धर न जुमे का ध्यान,
लाज स्मित अधरामृत कर पान!
सभी एक से तिथि, मिति, वासर,
जुमा, पीर, इतवार, शनीचर!
नीति-नियम निःसार!
धर्म का यह इज़हार,
ख़ुदा है ख़ुदा, न वह तिथि वार!