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मत व्यर्थ पुकारे शूल-शूल, | मत व्यर्थ पुकारे शूल-शूल, | ||
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कह फूल-फूल, सह फूल-फूल। | कह फूल-फूल, सह फूल-फूल। | ||
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हरि को ही-तल में बन्द किये, | हरि को ही-तल में बन्द किये, | ||
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केहरि से कह नख हूल-हूल। | केहरि से कह नख हूल-हूल। | ||
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कागों का सुन कर्त्तव्य-राग, | कागों का सुन कर्त्तव्य-राग, | ||
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कोकिल-काकलि को भूल-भूल। | कोकिल-काकलि को भूल-भूल। | ||
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सुरपुर ठुकरा, आराध्य कहे, | सुरपुर ठुकरा, आराध्य कहे, | ||
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तो चल रौरव के कूल-कूल। | तो चल रौरव के कूल-कूल। | ||
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भूखंड बिछा, आकाश ओढ़, | भूखंड बिछा, आकाश ओढ़, | ||
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नयनोदक ले, मोदक प्रहार, | नयनोदक ले, मोदक प्रहार, | ||
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ब्रह्यांड हथेली पर उछाल, | ब्रह्यांड हथेली पर उछाल, | ||
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अपने जीवन-धन को निहार। | अपने जीवन-धन को निहार। | ||
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10:31, 6 अक्टूबर 2009 के समय का अवतरण
मत व्यर्थ पुकारे शूल-शूल,
कह फूल-फूल, सह फूल-फूल।
हरि को ही-तल में बन्द किये,
केहरि से कह नख हूल-हूल।
कागों का सुन कर्त्तव्य-राग,
कोकिल-काकलि को भूल-भूल।
सुरपुर ठुकरा, आराध्य कहे,
तो चल रौरव के कूल-कूल।
भूखंड बिछा, आकाश ओढ़,
नयनोदक ले, मोदक प्रहार,
ब्रह्यांड हथेली पर उछाल,
अपने जीवन-धन को निहार।