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"ताना-बाना / चंद्र कुमार जैन" के अवतरणों में अंतर

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फूल खिले<br>
 
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18:33, 25 मई 2009 के समय का अवतरण

फूल खिले
झर गये
कॉटे मिले
बिखर गये
सुख आया
चला गया
दु:ख आया
नहीं रहा
मिलना और बिछुड़ जाना
यही है जीवन का ताना-बाना
नियम बस एक ही है
यहॉ जो आज है
वह कल नहीं है...