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"नर्क का तर्क / काका हाथरसी" के अवतरणों में अंतर
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− | स्वर्गलोक के नर नारी होते हैं | + | स्वर्गलोक के नर नारी होते हैं भोले॥ |
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11:34, 18 सितम्बर 2014 के समय का अवतरण
स्वर्ग-नर्क के बीच की चटख गई दीवार।
कौन कराए रिपेयर इस पर थी तकरार॥
इस पर थी तकरार, स्वर्गवासी थे सहमत।
आधा-आधा खर्चा दो हो जाए मरम्मत॥
नर्केश्वर ने कहा – गलत है नीति तुम्हारी।
रंचमात्र भी नहीं हमारी जिम्मेदारी॥
जिम्मेदारी से बचें कर्महीन डरपोक।
मान जाउ नहिं कोर्ट में दावा देंगे ठोंक॥
दावा देंगे ठोंक? नरक मेनेजर बोले।
स्वर्गलोक के नर नारी होते हैं भोले॥
मान लिया दावा तो आप ज़रूर करोगे।
सब वकील हैं यहाँ, केस किस तरह लड़ोगे॥