भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
"कुछ लोग कहते हैं / एमिली डिकिंसन" के अवतरणों में अंतर
Kavita Kosh से
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) (नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=एमिली डिकिंसन |संग्रह=एमिली डिकिंसन की कविताए…) |
अनिल जनविजय (चर्चा | योगदान) |
||
पंक्ति 16: | पंक्ति 16: | ||
− | ''' | + | '''अँग्रेज़ी से अनुवाद : क्रांति कनाटे''' |
</poem> | </poem> |
22:17, 10 अक्टूबर 2010 के समय का अवतरण
कुछ लोग कहते हैं,
जब बोला जाता है
शब्द मर जाता है ।
मैं कहती हूँ
उसी दिन से वह
जीना शुरु करता हैं ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : क्रांति कनाटे