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है असंगत घोषणा अपनी विजय की
श्रंृखला श्रृंखला विश्वासघातों की बड़ी है
मित्रता अक्सर बहुत मंहगी पड़ी है
सत्यता का नग्न तन सहमा खड़ा है
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