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|रचनाकार=आलोक श्रीवास्तव-2|संग्रह=वेरा, उन सपनों की कथा कहो! / आलोक श्रीवास्तव-२
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<poemPoem>  
वसंत मैंने तुम्हारी आंखों में देखा था
बरसों से नहीं देखीं
क्या सच में
वह वसंत था?
कहां कहाँ से आया था वह
तुम्हारी आंखों में ?
</poem>
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