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ये कौन है जो मेरे साथ-साथ चलता है
 
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ये कौन है जो मेरी धड़कनों में बजता है
 
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मुस्कराता है मेरी बेचैनियों पर
 
मुस्कराता है मेरी बेचैनियों पर
दिन-रात मुझसे लड़ता है।
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दिन-रात मुझसे लड़ता है ।
  
रोकता है कभी जुबां मेरी
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रोकता है कभी जुबाँ मेरी
 
कभी बात करने को मचलता है
 
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टीसता है ज़ख़्म का दर्द बनकर
 
टीसता है ज़ख़्म का दर्द बनकर
 
कभी दर्द पर मरहम रखता है।
 
कभी दर्द पर मरहम रखता है।
 
झटक के हाथ सरक जाता है कभी
 
झटक के हाथ सरक जाता है कभी
कभी उम्र-भर साथ निभाने की कसम भरता है।
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कभी उम्र-भर साथ निभाने की क़सम भरता है ।
  
 
भीड़ में हो जाता है गुमसुम
 
भीड़ में हो जाता है गुमसुम
खामोशियों में बजता है
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ख़ामोशियों में बजता है
 
ये कौन है जो मेरे चेहरे पर
 
ये कौन है जो मेरे चेहरे पर
नूर-सा चमकता है!
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नूर-सा चमकता है !
 
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21:16, 28 मई 2011 के समय का अवतरण

ये कौन है जो मेरे साथ-साथ चलता है
ये कौन है जो मेरी धड़कनों में बजता है
मुस्कराता है मेरी बेचैनियों पर
दिन-रात मुझसे लड़ता है ।

रोकता है कभी जुबाँ मेरी
कभी बात करने को मचलता है
टीसता है ज़ख़्म का दर्द बनकर
कभी दर्द पर मरहम रखता है।
झटक के हाथ सरक जाता है कभी
कभी उम्र-भर साथ निभाने की क़सम भरता है ।

भीड़ में हो जाता है गुमसुम
ख़ामोशियों में बजता है
ये कौन है जो मेरे चेहरे पर
नूर-सा चमकता है !