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उपनाम सुबीर
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'''प्रकाशित पुस्तकें:'''
जन्म स्थान सिवनी मालवा, मध्य प्रदेश, भारत
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कुछ प्रमुख
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ये वो सहर तो नहीं (उपन्यास- भारतीय ज्ञानपीठ),  
कृतियाँ ईस्ट इंडिया कम्पनी (कहानी संग्रह)
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अकाल में उत्सव (उपन्यास, शिवना प्रकाशन),
विविध कहानियाँ, व्यंग्य लेख एवं कविताएँ कादम्बिनी, हँस, वागर्थ, नया ज्ञानोदय, समर लोक, संवेद वराणसी, जज्बात, आधारशिला, समर शेष है, राष्ट्रीय पत्रिका लफ में रचनाएं प्रकाशित। भारतीय भाषा परिषद में 2005 एवं 2006 के युवा कथाकार विशेषांक में शामिल । भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा वर्ष 2007 के युवा लेखक विशेषांक में सम्मिलित। और कहानी मरती है ..... के लिये प्रेमचंद सम्मान से सम्मानित ।शिवना प्रकाशन से प्रकाशन का कार्य
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ईस्ट इंडिया कम्पनी (कहानी संग्रह-भारतीय ज्ञानपीठ),
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महुआ घटवारिन (कहानी संग्रह- सामयिक प्रकाशन),  
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कसाब.गांधी एट यरवदा.इन (कहानी संग्रह- शिवना प्रकाशन),  
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चौपड़े की चुड़ैलें (कहानी संग्रह- शिवना प्रकाशन),  
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नई सदी का कथा समय (संपादन),  
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युवा पीढ़ी की प्रेम कथाएँ (कहानी संकलन- भारतीय ज्ञानपीठ, संपादन श्री रवीन्द्र कालिया),  
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नौ लम्बी कहानियाँ (कहानी संकलन- भारतीय ज्ञानपीठ, संपादन श्री रवीन्द्र कालिया),  
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लोकरंगी प्रेमकथाएँ (कहानी संकलन- भारतीय ज्ञानपीठ, संपादन श्री रवीन्द्र कालिया),  
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एक सच यह भी (कहानी संकलन- सामयिक प्रकाशन, संपादन श्रीमती मधु अरोड़ा),
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हिन्दी कहानी का युवा परिदृश्य (कहानी संकलन-सामयिक प्रकाशन, संपादन श्री सुशील सिद्धार्थ),
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हँसते-हँसते रोना (व्यंग्य संकलन, संपादन डॉ. प्रेम जनमेजय)
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'''सम्मान एवं पुरस्कार:'''
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कहानी चौपड़े की चुड़ैलें को राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान 2016।
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उपन्यास ये वो सहर तो नहीं को भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा वर्ष 2009 का ज्ञानपीठ युवा पुरस्कार।
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उपन्यास ये वो सहर तो नहीं को इंडिपेंडेंट मीडिया सोसायटी (पाखी पत्रिका) द्वारा वर्ष 2011 का स्व. जे. सी. जोशी शब्द साधक जनप्रिय सम्मान।
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उपन्यास ये वो सहर तो नहीं को म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा वागीश्वरी पुरस्कार।
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कहानी संग्रह ईस्ट इंडिया कम्पनी वर्ष 2008 में भारतीय ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार हेतु अनुशंसित।
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कहानी संग्रह महुआ घटवारिन को कथा यूके द्वारा वर्ष 2013 में लंदन के हाउस ऑफ कामंस के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय इन्दु शर्मा कथा सम्मान।
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समग्र लेखन हेतु वर्ष 2014 में वनमाली कथा सम्मान।
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समग्र लेखन हेतु 53 वाँ अभिनव शब्द शिल्पी सम्मान।
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अमेरिका तथा कनाडा में हिन्दी लेखन हेतु विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
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भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित तीन कहानी संकलनों लोकरंगी प्रेम कथाएँ, नौ लम्बी कहानियाँ तथा युवा पीढ़ी की प्रेम कथाएँ  में प्रतिनिधि कहानियाँ सम्मिलित।
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कहानी शायद जोशी कथादेश अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता में पुरस्कृत।
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पाकिस्तान की प्रमुख साहित्यिक पत्रिका आज ने भारत की कहानी पर केन्द्रित विशेषांक में चार कहानियों का उर्दू अनुवाद प्रकाशित किया।
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'''विशेष'''
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तीन कहानियों पर हिन्दी फीचर फिल्मों का निर्माण कार्य चल रहा है। एक कहानी कुफ्र पर लघु फिल्म बन कर रिलीज़ हो चुकी है। कहानी दो एकांत पर बनी फिल्म बियाबान की पटकथा, संवाद तथा गीत लेखन।
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संपादक : विभोम स्वर, संपादक : शिवना साहित्यिकी
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मोबाइल : 09977855399, दूरभाष : 07562-405545, ई मेल : subeerin@gmail.com
 
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15:14, 23 दिसम्बर 2017 के समय का अवतरण

प्रकाशित पुस्तकें:

ये वो सहर तो नहीं (उपन्यास- भारतीय ज्ञानपीठ),
अकाल में उत्सव (उपन्यास, शिवना प्रकाशन),
ईस्ट इंडिया कम्पनी (कहानी संग्रह-भारतीय ज्ञानपीठ),
महुआ घटवारिन (कहानी संग्रह- सामयिक प्रकाशन),
कसाब.गांधी एट यरवदा.इन (कहानी संग्रह- शिवना प्रकाशन),
चौपड़े की चुड़ैलें (कहानी संग्रह- शिवना प्रकाशन),
नई सदी का कथा समय (संपादन),
युवा पीढ़ी की प्रेम कथाएँ (कहानी संकलन- भारतीय ज्ञानपीठ, संपादन श्री रवीन्द्र कालिया),
नौ लम्बी कहानियाँ (कहानी संकलन- भारतीय ज्ञानपीठ, संपादन श्री रवीन्द्र कालिया),
लोकरंगी प्रेमकथाएँ (कहानी संकलन- भारतीय ज्ञानपीठ, संपादन श्री रवीन्द्र कालिया),
एक सच यह भी (कहानी संकलन- सामयिक प्रकाशन, संपादन श्रीमती मधु अरोड़ा),
हिन्दी कहानी का युवा परिदृश्य (कहानी संकलन-सामयिक प्रकाशन, संपादन श्री सुशील सिद्धार्थ),
हँसते-हँसते रोना (व्यंग्य संकलन, संपादन डॉ. प्रेम जनमेजय)।

सम्मान एवं पुरस्कार:

कहानी चौपड़े की चुड़ैलें को राजेन्द्र यादव हंस कथा सम्मान 2016।
उपन्यास ये वो सहर तो नहीं को भारतीय ज्ञानपीठ द्वारा वर्ष 2009 का ज्ञानपीठ युवा पुरस्कार।
उपन्यास ये वो सहर तो नहीं को इंडिपेंडेंट मीडिया सोसायटी (पाखी पत्रिका) द्वारा वर्ष 2011 का स्व. जे. सी. जोशी शब्द साधक जनप्रिय सम्मान।
उपन्यास ये वो सहर तो नहीं को म.प्र. हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा वागीश्वरी पुरस्कार।
कहानी संग्रह ईस्ट इंडिया कम्पनी वर्ष 2008 में भारतीय ज्ञानपीठ नवलेखन पुरस्कार हेतु अनुशंसित।
कहानी संग्रह महुआ घटवारिन को कथा यूके द्वारा वर्ष 2013 में लंदन के हाउस ऑफ कामंस के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय इन्दु शर्मा कथा सम्मान।
समग्र लेखन हेतु वर्ष 2014 में वनमाली कथा सम्मान।
समग्र लेखन हेतु 53 वाँ अभिनव शब्द शिल्पी सम्मान।
अमेरिका तथा कनाडा में हिन्दी लेखन हेतु विशेष रूप से सम्मानित किया गया।
भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित तीन कहानी संकलनों लोकरंगी प्रेम कथाएँ, नौ लम्बी कहानियाँ तथा युवा पीढ़ी की प्रेम कथाएँ में प्रतिनिधि कहानियाँ सम्मिलित।
कहानी शायद जोशी कथादेश अखिल भारतीय कहानी प्रतियोगिता में पुरस्कृत।
पाकिस्तान की प्रमुख साहित्यिक पत्रिका आज ने भारत की कहानी पर केन्द्रित विशेषांक में चार कहानियों का उर्दू अनुवाद प्रकाशित किया।

विशेष

तीन कहानियों पर हिन्दी फीचर फिल्मों का निर्माण कार्य चल रहा है। एक कहानी कुफ्र पर लघु फिल्म बन कर रिलीज़ हो चुकी है। कहानी दो एकांत पर बनी फिल्म बियाबान की पटकथा, संवाद तथा गीत लेखन।

संपादक : विभोम स्वर, संपादक : शिवना साहित्यिकी

मोबाइल : 09977855399, दूरभाष : 07562-405545, ई मेल : subeerin@gmail.com