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"तुम्हारे रूप को चाहे भला कहे तो कहे / गुलाब खंडेलवाल" के अवतरणों में अंतर
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बहुत ही सीधे हैं, सादे हैं आप, और आगे | बहुत ही सीधे हैं, सादे हैं आप, और आगे |
01:38, 12 अगस्त 2011 के समय का अवतरण
तुम्हारे रूप को चाहे भला कहे तो कहे
हमारे प्यार को दुनिया बुरा कहे तो कहे
हँसी है आँखों की ऐसी कि आइना भी मात
बस उनको दूध का कोई धुला कहे तो कहे
सही है देखके हमको वे मुस्कुरा बैठे
इसी पे अब जो कोई क्या-से-क्या, कहे तो कहे
बहुत ही सीधे हैं, सादे हैं आप, और आगे
कहेंगे हम तो नहीं, दूसरा कहे तो कहे
हमें तो ख़ूब है मालूम अपनी कमज़ोरी
भले ही हमको कोई देवता कहे तो कहे
गुलाब मिलते हैं हर शख़्स से अपने की तरह
अब उनको कोई बुरा या भला कहे तो कहे