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"ताकीद / निकानोर पार्रा" के अवतरणों में अंतर

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अगर यह चुप्पी को पुरस्कृत करने का मामला है
 
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जैसा कि यहाँ मुझे लग रहा है
 
जैसा कि यहाँ मुझे लग रहा है
तो किसी और ने नहीं बनाया है खुद को इतना काबिल
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तो किसी और ने नहीं बनाया है ख़ुद को इतना काबिल
 
सबसे कम फलदायी रहा हूँ मैं
 
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सालों साल छपाया नहीं कुछ भी
 
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आदी मानता हूँ ख़ुद को
आदी मानता हूँ खुद को
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कोरे काग़ज़ों का
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उसी जान रुल्फो की तरह
 
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जिसने लिखा नहीं उससे ज्यादा एक भी लफ्ज़
 
जिसने लिखा नहीं उससे ज्यादा एक भी लफ्ज़
जितना कि था बहुत जरूरी.
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जितना कि था बहुत ज़रूरी
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'''अनुवाद मनोज पटेल'''
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'''अँग्रेज़ी से अनुवाद :  मनोज पटेल'''
 
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03:14, 8 अप्रैल 2018 के समय का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: निकानोर पार्रा  » ताकीद

अगर यह चुप्पी को पुरस्कृत करने का मामला है
जैसा कि यहाँ मुझे लग रहा है
तो किसी और ने नहीं बनाया है ख़ुद को इतना काबिल
सबसे कम फलदायी रहा हूँ मैं
सालों साल छपाया नहीं कुछ भी

आदी मानता हूँ ख़ुद को
कोरे काग़ज़ों का
उसी जान रुल्फो की तरह
जिसने लिखा नहीं उससे ज्यादा एक भी लफ्ज़
जितना कि था बहुत ज़रूरी

अँग्रेज़ी से अनुवाद : मनोज पटेल