भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

"फ़िसलना / पाब्लो नेरूदा" के अवतरणों में अंतर

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
पंक्ति 5: पंक्ति 5:
 
}}
 
}}
 
[[Category:स्पानी भाषा]]
 
[[Category:स्पानी भाषा]]
 
+
<poem>
 
अगर फिर फ़िसलता है तुम्हारा पैर
 
अगर फिर फ़िसलता है तुम्हारा पैर
 
 
तो वह कट कर अलग हो जाएगा
 
तो वह कट कर अलग हो जाएगा
 
  
 
अगर किसी दूसरी डगर पर ले जाता है
 
अगर किसी दूसरी डगर पर ले जाता है
 
 
तुम्हें, तुम्हारा हाथ
 
तुम्हें, तुम्हारा हाथ
 
 
तो वह सड़-गल कर बेकार हो जाएगा
 
तो वह सड़-गल कर बेकार हो जाएगा
 
  
 
अगर तुम अपनी ज़िन्दगी मुझ से ले लेती हो
 
अगर तुम अपनी ज़िन्दगी मुझ से ले लेती हो
 
 
तो तुम जीते-जी मर जाओगी
 
तो तुम जीते-जी मर जाओगी
 
  
 
फिरती रहोगी मारी-मारी, मेरे बिना
 
फिरती रहोगी मारी-मारी, मेरे बिना
 
 
बेजान
 
बेजान
 
+
या साये की तरह।
::या साये की तरह ।
+
</poem>

15:02, 25 जुलाई 2015 का अवतरण

मुखपृष्ठ  » रचनाकारों की सूची  » रचनाकार: पाब्लो नेरूदा  » संग्रह: नायक का गीत
»  फ़िसलना

अगर फिर फ़िसलता है तुम्हारा पैर
तो वह कट कर अलग हो जाएगा

अगर किसी दूसरी डगर पर ले जाता है
तुम्हें, तुम्हारा हाथ
तो वह सड़-गल कर बेकार हो जाएगा

अगर तुम अपनी ज़िन्दगी मुझ से ले लेती हो
तो तुम जीते-जी मर जाओगी

फिरती रहोगी मारी-मारी, मेरे बिना
बेजान
या साये की तरह।