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13:09, 30 अक्टूबर 2007 का अवतरण
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छह पंखों वाले भयानक बैल-सा अकड़ कर
श्रम दिखा रहा है लोगों को अपनी आब
अपनी रगों में लाल रक्त ख़ूब गाढ़ा भर कर
सर्दियों के शुरू में ही खिल रहे हैं गुलाब
(रचनाकाल : अक्तूबर 1930)