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"छह पंखों वाले भयानक बैल-सा अकड़कर / ओसिप मंदेलश्ताम" के अवतरणों में अंतर
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श्रम दिखा रहा है लोगों को अपनी आब | श्रम दिखा रहा है लोगों को अपनी आब | ||
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अपनी रगों में लाल रक्त ख़ूब गाढ़ा भर कर | अपनी रगों में लाल रक्त ख़ूब गाढ़ा भर कर | ||
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सर्दियों के शुरू में ही खिल रहे हैं गुलाब | सर्दियों के शुरू में ही खिल रहे हैं गुलाब | ||
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21:45, 7 मार्च 2010 के समय का अवतरण
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छह पंखों वाले भयानक बैल-सा अकड़ कर
श्रम दिखा रहा है लोगों को अपनी आब
अपनी रगों में लाल रक्त ख़ूब गाढ़ा भर कर
सर्दियों के शुरू में ही खिल रहे हैं गुलाब
रचनाकाल : अक्तूबर 1930