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06:42, 4 जुलाई 2014 के समय का अवतरण
रंग
-भांत-भांत रा
सजा राख्या है चोरां
-धोरां ऊपर धोरां
मांड राख्या मचान
सबद सूना मकान
कविता :
-फगत थकान।