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अंगिका भाषा
- नाम: अंगिका को पहले छेका-छिकी, आंगी, छाई-छोऊ, अंगिकार, छेकरी और थेथी नामों से भी जाना जाता था।
- क्षेत्र: अंगिका मुख्य-रूप से बिहार (जिला अरारिया, कटिहार, पूर्णिया, किशनगंज, मधेपुरा, सहरसा, भागलपुर, सुपौल, बाँका, जमुई, मुंगेर, लखीसराय, बेगूसराय, शेख़पुरा व खगरिया), झारखंड (जिला साहेबगंज, गोडा, देवघर, पाकुर, दुमका, गिरिडीह व जमतारा), पश्चिम बंगाल (जिला मालदा, उत्तरी दिनाजपुर) में बोली जाती है।
- सरहपा (अंगिका के आदि कवि; चौरासी सिद्धों में से पहले सिद्ध)
- कणहपा
- शवरपा (चौरासी सिद्धों में से पाँचवे सिद्ध)
- धरमपा (चौरासी सिद्धों में से छत्तीसवें सिद्ध)
- सुमन सूरो
- अमरेन्द्र
- नन्दलाल यादव 'सारस्वत'
- चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
- अनिरुद्ध प्रसाद विमल
- कस्तूरी झा 'कोकिल'