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साइली रिमै चौरी गाई झर्यो रिमै मधुवनैमा
उकालीमा जाँदा जाँदै दाइने पर्यो बर
वनमा एक्लै गाई चराउने काँ हो तिम्रो घर
वल्लो खोलो पल्लो खोलो कमिलाको गोलो
बाह्रमासे फूलको सारी मखमली चोलो
स्वर राम्रो कम्पनीको अक्षर राम्रो दामको
कोही बोलेको माया लाग्ने कोही त बिना कामको
हुक्का मेरो सानु सानु नली हात्ती हाडको
यो त भाका ह्याँको हैन पूर्वी पहाडको