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"गुरू नानक / लीला मामताणी" के अवतरणों में अंतर
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− | + | मूं जाचे ॾिठा सभेई - मतलब जा हुआ साथी | |
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− | + | कर महर को सचा गुरु नानक प्यारा... | |
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15:31, 6 फ़रवरी 2017 के समय का अवतरण
कर महर का सतगरु सचा गुरु नानक प्यारा।
दुनिया जा दर छॾे आयुसि तो दर दुलारा।।
मूं जाचे ॾिठा सभेई - मतलब जा हुआ साथी
मतलब जा मामा चाचा ऐं भाउर भिराती
बिनि मतलब ॾिठम - तुंहिंजा खुलयल दुआरा...
तो ॿेड़ा ॿुॾल तारिया - ऐं उजड़ियल घर वसाया
श्रद्धा सां निमियां तिनि जा - थिया लाया सजाया
मूं हरदम ॾिठा तुंहिंजा - बाबल भरियल भंडारा...
सभ नंग थई नंगी तोते - पियुसि तुंहिंजे पनारे
ख़ाविंद न ॾिजाइं ख़वारी - ऐबनि खे उघाड़े
रहमत सां रहजी अचे ‘निमाणी’ जा न्यारा
कर महर को सचा गुरु नानक प्यारा...