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"गोरेटो त्यो गाउँको / रत्न शमशेर थापा" के अवतरणों में अंतर
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09:49, 21 मई 2017 के समय का अवतरण
गोरेटो त्यो गाउँको लौन आज
खोजी खोजी थाके नि
पैल्याउन सकिन
पैल्याउन मैले सकिन
एकलास बनमाझ देखिने बाटो आज
अल्मलिएँ लौन म त
आवाज नपाई मायालु तिम्रो
वनभित्र थाके नि
पैल्याउन सकिन
पैल्याउन मैले सकिन
झमक्क पर्यो साँझ कहाँ बस्ने बास
एक्लो भएँ लौन म त
खबर नपाई मायालु तिम्रो
दोधारैमा परे नि
पैल्याउन सकिन
पैल्याउन मैले सकिन