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"जल्लाद / रशीद हुसैन" के अवतरणों में अंतर

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हर उस किसी की
 
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'''अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय'''
 
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01:33, 14 जून 2018 के समय का अवतरण

मुझे एक रस्सा दो
एक हथौड़ा
और एक लोहे का सरिया
ताकि मैं बना सकूँ फाँसी का तख़्ता

मेरे लोगों में
शेष है अभी एक समूह
उदास चेहरे लिए घूमता है जो
लज्जित करता है हमें
आओ ! उनकी गरदनें कस दें

हम अपने बीच
कैसे रख सकते हैं उन्हें
जो चाटते हैं हथेली
हर उस किसी की
जिससे भी वे मिलते हैं

अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय